टायर ब्लोआउट क्या होता है (What is a Tyre Blowout)?
उत्तर :- जब टायर अचानक, तेजी से फटकर, हवा खो देता है, तो उसे टायर ब्लोआउट (tyre blowout) कहते हैं । इससे गाड़ी अस्थिर हो सकती है । यह पंचर से अलग स्थिति है । पंचर धीरे – धीरे होता है और घंटों / दिनों में असर दिखाता है ।
टायर ब्लोआउट क्यूँ होता है (Why does a tyre blowout happen)?
- कम हवा (Underinflation) – टायर में हवा कम होने पर गाड़ी का वजन उस पर दबाव डालता है, इससे टायर फूल हुआ लगता है और दबाव पड़ते ही ज्यादा रगड़ (फ्रिक्शन) होती है, इससे गर्मी बढ़ने के कारण टायर फट सकता है ।
- तेज गति से चलाना – लगातार तेज रफ्तार में गाड़ी चलने से टायर गरम होता है और उसके अंदर का प्रेशर बढ़ जाता है । इसलिए लंबे सफर में, बीच – बीच में ब्रेक लें ताकि टायर ठंडा हो सके ।
- ज्यादा वजन (Overloading) – गाड़ी में ज्यादा सामान या वजन डालने से टायर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। हमेशा टायर के लोड रेटिंग के हिसाब से ही गाड़ी में वजन रखें।
- कॉईल फेल होना – लंबे समय तक गाड़ी चलने से (कई सौ मील के बाद) टायर की कॉईल खराब हो जाती है। इससे टायर प्रेशर बढ़ता है, और हवा कम हो जाती है। इस परिस्थिति में, हर टायर 9,000 कि.मी. चलने के बाद बदल देना चाहिये।
टायर ब्लोआउट होने पर क्या करें (What to do when a tyre blowout happens)?
- ब्लोआउट के शुरुआती पल डरावने होते हैं, लेकिन चालक को घबराना नहीं चाहिये।
- अचानक ब्रेक ना लगायें और ना ही स्टीयरिंग को जोर से घुमाएँ।
- स्टीयरिंग को मजबूती से पकड़ें क्योंकि गाड़ी पर ज्यादा दबाव आएगा।
- कुछ सेकंड तक हलका एक्सीलरेटर दबाए रखें, इससे गाड़ी स्थिर रहेगी।
- धीरे-धीरे स्पीड कम होने दें और कंट्रोल बनाए रखें।
- आसपास का रास्ता देखकर गाड़ी को रोड के किनारे ले जायें ।
अगर आगे का टायर फट गया हो, तो सावधानी से हैंडब्रेक का इस्तेमाल कर सकते हैं (अगर वह सिर्फ पीछे के टायर पर असर डालता हो).
टायर ब्लोआउट से बचाव कैसे करें (How to prevent a tyre blowout)?
- हर हफ्ते टायर का प्रेशर चेक करें ।
- टायर की हालत देखें – कहीं दरारें, उभार या कट तो नहीं है ।
- तेज स्पीड पर चलाते समय ध्यान दें कि टायर गरम होकर प्रेशर बढ़ाता है ।
- ट्यूबलेस टायर ज्यादा सुरक्षित होते हैं क्योंकि इनमें से हवा धीरे-धीर निकलती है।
- ट्यूब वाले टायर में ट्यूब और टायर की दीवार के बीच घर्षण से ज्यादा गर्मी बनती है, जिससे ब्लोआउट का खतरा बढ़ता है।
निष्कर्ष – रन-फ्लैट टायर पूरी तरह से ब्लोआउट रोक नहीं सकते, लेकिन ब्लोआउट के समय गाड़ी को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। ये टायर हवा निकलने के बाद भी गाड़ी को लगभग 150 कि. मी. तक चला सकते हैं, लेकिन स्पीड लगभग 80 कि.मी. घंटे से ज्यादा नहीं होनी चाहिये। अगर आपकी गाड़ी में रन-फ्लैट टायर लगे हैं तो डैशबोर्ड पर आने वाली किसी भी चेतावनी / संकेत पर तुरंत ध्यान दें।
अपने वाहन के लिए सही टायर चुनने के लिए कृपया इस नंबर +91 80880 90090 पर संपर्क करें ।
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